الواقعة
Al-Wāqiʻah
The Event
Surah Al Waqiah in Hindi
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
- इजा व क अतिल वाकि अतु
- लै स लिवक्अतिहा काजिबहू
- खाफि जतुर राफि अह
- इजा रुज्जतिल अरजु रज्जंव
- व बुस्सतिल जिबालु बस्सा
- फ कानत हबा अम मुम बस्संव
- व कुन्तुम अज्वाजन सलासह
- फ अस्हाबुल मैमनाति मा अस्हाबुल मै मनह
- व अस्हाबुल मश अ मति मा अस्हाबुल मश अमह
- वस्साबिकुनस साबिकून
- उलाइ कल मुकर्रबून
- फीजन्नातिन नइम
- सुल्लतुम मिनल अव्वलीन
- व कलीलुम मिनल आखिरीन
- अला सुरूरिम मौजुनतिम
- मुत्तकिई न अलैहा मु तकाबिलीन
- वतुफू अलैहिम विल्दानुम मु खल्लदून
- बिअक्वाबिंव व अबारी क व कअसिम मिम मइन
- ला युसद दऊन अन्हा वला इन्जिफून
- व फाकि हतिम मिम्मा यत खय्यरून
- व लहिम तैरिम मिम्मा यश्तहून
- व हुरुन ईन
- क अम्सालिल लुअलुइल मक्नून
- जजा अम बिमा कानू यअमलून
- ला यसमउ न फीहा लगवंव व ला तअसीमा
- इल्ला कीलन सलामन सलामा
- व अस्हाबुल यमिनी मा अस्हाबुल यमिन
- फी सिदरीम मखजूदिंव
- व तल्हिम मनजूदिंव
- व जिल्लिम मम्दूदिंव
- व माइम मस्कूब
- व फाकि हतिन कसी रतिल
- ला मक्तू आतिंव व ला मम्नू अतिंव
- व फूरुशिम मरफूअह
- इन्ना अन्शअनाहुन न इन्शा अन
- फ जअल्नाहुन न अव्कारा
- उरुबन अतराबल
- लिअस्हाबिल यमीन
- सुल्लतुम मिनल अव्वलीन
- व सुल्लतुम मिनल आखिरीन
- व अस्हाबुश शिमाली मा असहाबुश शिमाल
- फी समूमिंव व हमिमींव
- व जिल्लिम मिंय्यहमूमिल ला बारिदिंव व ला करीम
- इन्नहुम कानु कब ल जालि क मुतरफिन
- व कानु युसिररू न अलल हिन्सिल अज़ीम
- व कानु यकुलू न अ इजा मितना व कुन्ना तुराबंव व इजामन अ इन्ना ल मबउसुन
- अ व आबाउनल अव्वलुन कुल इन्नल अव्वलीन वल आखिरीन
- ल मज्मूउ न इला मिकाती यौमिम मअलूम
- सुम म इन्नकुम अय्युहज्जाल्लूनल मुकज्जिबून
- ल आकिलू न मिन शजरिम मिन जक्कुम
- फमालिउ न मिन्हल बुतून
- फशारिबू न अलैहि मिनल हमीम
- फशारिबू न शुरबल हीम
- हाजा नुजुलुहुम यौमद्दीन
- नहनु खलक्नाहुम फलौ ला तुसद्दिकुन
- अ फ रऐतुम मा तुमूनून
- अ अन्तुम तखलुकूनहु अम नहनुल खालिकुन
- नहनु कद द ना बैनकुमुल मौत वमा नहनु बिमस्बुकीन
- अला अन नुबद्दि ल अमसा लकुम व नुन्शि अकुम फी मा ला तअलमुन
- व लकद अलिम्तुमुन नश्अ तल उला फलौ ला तजक्करून
- अ फ रऐतुम मा तूहसरून
- अ अन्तुम तज रऊनहु अम नहनूज जारिऊन
- लौ नशा उ ल जअल्नाहु हुतामन फज्लतुम तफक्कहून
- इन्ना ल मुगरमून
- बल नहनु महरूमुन
- अ फ रऐतुमुल मा अल्लजी तशरबून
- अ अन्तुम अन्जल्तुमुहू मिनल मुजनि अम नहनूल मुन्जिलुन
- लौ नशा उ जअल्नाहु उजाजन फलौ ला तश्कुरून
- अ फ रऐतुमुन नारल्लती तुरून
- अ अन्तुम अनशअतुम श ज रतहा अम नहनुल मुन्शिउन
- नहनू जअल्नाहा तज्कि रतंव व मताअल लिलमुक्वीन
- फ सब्बिह बिस्मि रब्बिकल अज़ीम
- फला उकसिमु बि मावाकिइन नुजूम
- व इन्नहु ल क समुल लौ तअलमु न अज़ीम
- इन्नहु ल कुरआनु करीम
- फी किताबिम मक्नुन
- ला य मस्सुहू इल्लल मुतह्हरून
- तन्जिलुम मिर्रब्बिल आलमीन
- अ फबिहाजल हदीसि अन्तुम मदहिनुन
- व तजअलू न रिज्ककुम अन्नकुम तुकज्जिबून
- फलौ ला इजा बल गतिल हुल्कुम
- व अन्तुम ही न इजिन तुन्जुरून
- व नहनु अक्रबु इलैहि मिन्कुम व लाकिल ला तुब्सिरून
- फ लौ ला इन कुन्तुम गै र मदीनीन
- तरजिउनहा इन कुन्तुम सादिकीन
- फ अम्मा इन कान मिनल मुकर्रबिन फ रौहुंव व रैहानुंव व जन्नतु नइम
- व अम्मा इन का न मिन अस्हाबिल यमीन
- फ सलामुल ल क मिन अस्हाबिल यमीन
- व अम्मा इन का न मिनल मुकज्जिबीनज जाल्लनी
- फ नुजलूम मिन हमीमिंव
- व तस्लि यतु जहीम
- इन न हाजा लहु व हक्कुल यकीन
- फ सब्बिह बिस्मि रब्बिकल अज़ीम
Surah Waqiah ki fazilat in hindi
सूरह वाकियाह की फ़ज़ीलत (Fazilat) को हिंदी में इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है:
सूरह वाकियाह, कुरान-ए-पाक की एक महत्वपूर्ण सूरत है जिसकी फ़ज़ीलत बहुत अद्भुत है। यह सूरह गरीबों और मुद्दतों को धनवान बनाने की बरकत लाती है, और लोगों को आमंत्रित करती है कि वे इसे नियमित रूप से पढ़ें। इसका पठन, सुनना और तिलावत करने से आदमी को दौलत, सम्मान, सफलता और आखिरी ज़िन्दगी में जन्नत नसीब होती है। यह सूरह मालिक की असीम रहमतों की दरवाज़ा खोलती है और आगामी आखिरी दिन की राहत प्रदान करती है।
कृपया ध्यान दें कि यह एक सारांश है और सूरह वाकियाह की फ़ज़ीलत को पूरी तरह से व्यक्त करने के लिए इससे अधिक माहिती आवश्यक हो सकती है।
Surah Waqiah Hindi Translation
सूरह वाकियाह (Surah Waqiah) का हिंदी में अनुवाद इस प्रकार होता है:
वाकियाह।
1. जो दिन का वाकियाह होता है,
2. और जो इसे पढ़े जाते हैं,
3. और जो इसे भले तरीके से देख लेते हैं,
4. तो वह सच्चे वचनों के अनुसार होता है।
5. रब की रहमत में यह सुंदर बाग होता है।
6. तुम्हारे मेहनत के फलस्वरूप,
7. तुम इस मामले में सहयोगी नहीं हो।
8. नहीं तो तुम नगर की वस्तुओं की पूजा करने के लिए जाने जाते हो।
9. और जो रोते हुए और हँसते हुए होते हैं,
10. उनका रब उन्हें खुश रखता है।
11. वे क्यों नहीं खुश होते हैं?
12. वह आदमी के लिए शानदार बात है,
13. जो तुम्हें बताया जाता है।
14. तुम्हारे पूर्वजों की आदरणीयता बढ़ा देती है।
कृपया ध्यान दें कि यह एक सारांश है और सूरह वाकियाह का पूरा अनुवाद इससे भिन्न हो सकता है।
Surah Waqiah benefits in hindi
सूरह वाकियाह के हिंदी में लाभों को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है:
सूरह वाकियाह का पठन और तिलावत करने से अनेक लाभ होते हैं। इसे नियमित रूप से पढ़ने या सुनने से आदमी को बेहतर आर्थिक स्थिति, वृद्धि, बरकत और सुख-शांति प्राप्त होती है। इसका पठन करने से गरीब व्यक्ति धनवान बन सकता है और बिना श्रम के अपार धन और सम्पत्ति की प्राप्ति हो सकती है। इसकी बरकत से व्यापार में तेजी, कर्मचारियों की संतुष्टि, संबंधों में मेल-जोल और समानता की प्राप्ति होती है। इसका जाप और ध्यान धारण करने से मन की चंचलता दूर होती है और ध्यान लगाने की क्षमता में वृद्धि होती है। इसकी पाठ करने से आगामी जीवन में सफलता और प्रसन्नता मिलती है।
कृपया ध्यान दें कि यह एक सारांश है और सूरह वाकियाह के लाभ व्यक्तिगत अनुभव और विशेषताओं पर आधारित हो सकते हैं।